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अम्ल क्षार तथा लवण :
अम्ल :-
1 . इसका स्वाद खट्टा होता है।
2 . ये अपने जलीय विलयन मे हाइड्रोजन ( H +) आयन देता है।
3 . अधिकतम अम्ल ज्वलनशील होते है। तथा यदि ये कपड़े व चेहरे पर गिर जाये तो उन्हे जला देते है। अतः इसका प्रयोग बहुत ही सावधानी के साथ किया जाना चाहिए ।
अम्ल के प्रकार :
1. तन्नु अम्ल ( strong Acid )
2. कमजोर अम्ल ( Weak Acid )
3. सांन्द्र अम्ल ( concentrate Acid )
4. जल मिश्रित अम्ल ( Dilute Acid )
1. strong Acid :-
HCl , H2SO4 etc.
2. Weak Acid:-
Acetic acid , Oxalic acid etc.
3. Concentrate Acids:-
When less quantity of water present in the Acid is called concentrate Acids. It is used in the Maximum Reactions.
जब किसी अम्ल मे पानी कि मात्रा कम उपस्थित हो तो उसे सांन्द्र अम्ल कहते हैं अधिकतम रासायनिक अभिक्रिया में इसका प्रयोग किया जाता है ।
4. Dilute Acid:-
When the Maximum quantity of water present in the Acid is called Dilute Acid.
जब किसी अम्ल मे पानी की अधिकतम मात्रा उपस्थित हो तो उसे जल मिश्रित अम्ल कहते है।
अम्ल का प्रसार ( Defution of Acid ) :
1 . अम्ल में कभी भी पानी को नही मिलाया जाता है क्योंकी यदि अम्ल में जल को मिलाया जाता है विस्फोट के साथ ऊष्मा बाहर निकलती है।
2. जल मे अम्ल को बुंद - बुंद करके मिलाया जाता है।
क्षार :-
1. इसका स्वार कड़वा होता है।
2. यह छुने मे साबुन के विलयन की तरह होता है।
3. यह अपने जलीय विलयन मे OH आयन देता है।